सेनफ्रान्सीको में राहुल गांधी-
कुछ लोगोको गुमान होता है कि वो सबकुछ जानते है|
सेनफ्रान्सीको में राहुल गांधीने बीजेपी को बुरी तरह घेर लिया| अपने भाषणमें राहुल गांधीने बोल दिया कि कुछ लोगोको गुमान है कि " हम सुब कुछ जानते है| मोदिजीभी उनमे से एक है| अगर मोदीजी भगवानके सामने बैठ जाये तो भगवान को समजा दे के उसे ब्रह्मांड केसे चलाना है|
इस धारणा में न रहें कि आप सब कुछ जानते हैं। दुनिया इतनी बड़ी और जटिल है कि कोई भी व्यक्ति इसे समझ नहीं सकता है कि वह इसके हर पहलू को समझ सकता है। यह एक प्रकार की बीमारी है कि हमारे पास भारत में ऐसे लोगों का एक समूह है जो पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि "वे सब कुछ जानते हैं।" मुझे लगता है कि वे भगवान से ज्यादा जानते हैं। वे बैठ सकते हैं और भगवान को समझा सकते हैं कि क्या हो रहा है? आप हमारे प्रधान मंत्री ऐसे ही नमूने हैं। मुझे लगता है कि वह सोचता है कि वह भगवान से ज्यादा जानता है।
अगर आप मोदीजी को भगवान के बगल में बिठाएंगे तो वह शुरू करेंगे और भगवान को समझाएंगे कि ब्रह्मांड को कैसे काम करना चाहिए! और ईश्वर भ्रमित करेगा कि मैंने क्या बनाया था! तो ये मज़ेदार बातें हैं लेकिन भारत में यही हो रहा है। हमारे पास ऐसे लोगों का समूह है जो दावा करते हैं कि वे सब कुछ समझते हैं।
वे वैज्ञानिकों से बात करते हैं और समझाते हैं कि विज्ञान क्या है। वे इतिहासकार से बात कर सकते हैं और बता सकते हैं कि उनके लिए इतिहास क्या है। वे सेना को युद्ध के बारे में समझा सकते हैं और हमारी वायु सेना को सलाह दे सकते हैं कि युद्धक विमानों को कैसे उड़ाया जाए। और आप जानते हैं कि इसके दिल में एक औसत दर्जे का है। असल में उन्हें कुछ समझ ही नहीं आता।
यदि आप सुनने के लिए तैयार नहीं हैं तो जीवन में आप कुछ भी नहीं समझ सकते। यह सबसे बड़ा सबक है जो मैंने भारत जोड़ी यात्रा से सीखा है। हर किसी से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। हम उन बच्चों से बहुत बड़े हैं।
एक महिला का सवाल- मूल रूप से कर्नाटक की रहने वाली एनआरआई- सबसे पहले राहुलजी का आभार स्वीकार करें, हमारे राज्य का चुनाव जीतने के लिए। उसके लिए भी हमारे पास आंसुओं का आनंद है। लेकिन हम भारत वापस जाना चाहते हैं और अपनी मातृभूमि के लिए काम करना चाहते हैं। लेकिन हम दिल्ली में हमारी महिला पहलवानों के विरोध के मुद्दे को संभालने में मोदी सरकार के असंवेदनशील, अशोभनीय और अशोभनीय व्यवहार से बहुत चिंतित हैं।
राहुलजी का जवाब- मीडिया द्वारा तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. भारत वह नहीं है जो मीडिया दुनिया के सामने रख रहा है। सत्ता में पार्टी मीडिया से एक विशेष प्रकार के नैरेटिव पेश करती है। राष्ट्रीय मीडिया भाजपा की मदद करता है। यह देश का प्रतिनिधित्व करता है कि भाजपा और उसके नेता क्या पेश करना चाहते हैं। इस बात पर ध्यान न दें कि मीडिया जो पेश कर रहा है वह सच है। आप जैसे नौजवान के रूप में हमारे देश को आपकी जरूरत है। आपका कौशल और ऊर्जा देश के लिए बहुत काम आएगी। कृपया मातृभूमि की सेवा के लिए वापस जाएं। शुभकामनाएँ।
राहुलगांधी मन कि बात ओर जन कि बात के बिच तफावत क्या है वह अपनी सेनफ्रान्सीसको की इन्डीयन डायसपोरा के बिच एन आर आइ को समझाते है |
Comments from Prof Akhil Swami- राहुलजीने ये कल्पना कि बात रखी कि मोदिजी ब्रह्मा के पास जाय, वि, में भी वौ बात आगे कल्पना कर ले जाना चाहता हूं|
प्रों ए.स्वामी- अगर अपने मोदीजी ब्रह्मा, विष्णु और महेश के सामने बैठ जाय तो
मोदीजी- पहेलां मेरे मन की बात सुनो१ ब्रह्माजी, तुमने ये सृष्टी ठीक नही बनाइ, आपने सृष्टी ठिक बनाइ होती तो हरे रंग के पत्ते क्युं बनाए? सारे पत्ते भगवा रंग के होने थे! पुरे विश्वका रंग ही भगवा होना था| ए पोधे ओर पत्ते हरे रंग के रख कर तुमने हिंदुधर्म से अन्याय क्यो किया है? हमारी देशकी बहुमती आबादीको ठेस पहांचाइ है|
मोदीजी- सीधे विष्णु के पास- तुम कैसे पालनहार हो ? तुमने मुगलोका शासनमें कितने अत्याचार हुए तब तुम कहॉ थे? मोदीजी फिर ब्रीटीश शासन की बात भुल कर सीधा महात्मा गांधी और जवाहरलाल नहेरु का सन १९४७ का शासनकी बात शरु कर देते है| आपने वीश्व संचालक होते हुए भी एसे लोगो के हाथमें स्वतंत्रताकी सत्ता क्युं दे दी?
मोदीजी- फिर वो महादेव से कहेते है- महादेवजी ! आप सृष्टीका संहार करतो हो, नाश करते हो ! तुम क्या संहार करते हो? में बताता हुं के में केसे संहार करता हुं? देखो मेंने जंतरमंतर पर कैसे अपनी बेटीयो को ही घसीट घसीट कर मारा? देश के किसानोको १३ महिने तक दिल्ही की चारो ओर घेर के रख्खा? महादेव में तुमसे ज्यादा शक्तिशाली हुउ!
प्रो.अखिल स्वामी- हम हिंदुलोग भुल गये है कि हम हिंदुलोग भगवान के सामने मीट्टी या धुल के बराबर है| मगर मोदी भक्त कहेते है कि श्री राम को मोदीने घर दिलाया है!
प्रो.अखिल स्वामि-राहुलजीने ये मुद्दा चर्चा में लाकर हर को अपनी ओखात कतिनी है वो दिखाइ दी है| समग्र विश्वमें ज्ञानका समुद्र् है ओर मेर पास ज्ञान का एक लोटा भी नही है ! फिर गुमान क्यू?
सौ- यु टयुब-https://www.youtube.com/watch?v=w_QodDPItts. भावानुवाद-